Haunted Mansion: Ghost Emerges from Cracking Mirror – AI Generated Video | Hailuo AI

Generate & Play Hailuo AI video:उत्तर भारत के एक छोटे से गांव भूतगढ़ में एक पुरानी, टूटी-फूटी हवेली थी, जिसे लोग "चुड़ैल की हवेली" कहते थे। कहा जाता था कि उस हवेली में रात होते ही अजीब-अजीब आवाजें आती थीं — कभी बच्चों की हँसी, कभी किसी औरत की चीख। फिर एक बार चार दोस्त — रवि, नीलू, सोहम और प्रीति — गर्मियों की छुट्टियों में गांव आए। गांव के बुजुर्गों ने उन्हें चेतावनी दी कि रात को हवेली के पास न जाना, पर युवाओं को तो रोमांच चाहिए था। उन्होंने सोचा, "चलो एक रात वहां जाकर देख ही लेते हैं।" आधी रात को रात के 12 बजे, चुपचाप वे चारों टॉर्च लेकर हवेली पहुंचे। हवेली के दरवाजे पर मोटा ताला था, लेकिन जैसे ही उन्होंने उसे छुआ, ताला अपने आप खुल गया… कोई कुंजी नहीं लगी थी। अंदर घुसते ही सर्द हवा का झोंका आया। हर दीवार पर अजीब चित्र बने थे — बिना आँखों के चेहरे, उल्टी लटकी हुई आकृतियाँ, और खून के धब्बे। चारो दोस्त वे हवेली के अंदरूनी कमरे में पहुंचे, तो वहां एक शीशा रखा था। प्रीति ने मजाक में कहा, "कहीं इसमें से कोई आत्मा ना आ जाए!" जैसे ही उसने ये कहा, शीशा दरक गया और एक सफेद साया प्रकट हुआ — बिना चेहरा, सिर्फ लटकती बालों की झोपड़ी और खून से सनी साड़ी। उस आत्मा ने फुसफुसाकर कहा, "मुझे मेरा बच्चा चाहिए…" रवि चिल्लाया और भागने लगा, लेकिन दरवाजे बंद हो चुके थे। अंत सुबह गांव वालों ने देखा — हवेली के बाहर सिर्फ प्रीति बेहोश पड़ी थी। बाकी तीनों गायब थे। प्रीति जब होश में आई, तो सिर्फ इतना कह पाई, "वो... अब उनके साथ है... और अगली बार, कोई और आएगा..." तब से गांव में यह नियम बना — कोई भी सूरज ढलने के बाद उस हवेली की ओर नहीं जाता…

Original AI Prompt

Generate & Play Hailuo AI video:उत्तर भारत के एक छोटे से गांव भूतगढ़ में एक पुरानी, टूटी-फूटी हवेली थी, जिसे लोग "चुड़ैल की हवेली" कहते थे। कहा जाता था कि उस हवेली में रात होते ही अजीब-अजीब आवाजें आती थीं — कभी बच्चों की हँसी, कभी किसी औरत की चीख। फिर एक बार चार दोस्त — रवि, नीलू, सोहम और प्रीति — गर्मियों की छुट्टियों में गांव आए। गांव के बुजुर्गों ने उन्हें चेतावनी दी कि रात को हवेली के पास न जाना, पर युवाओं को तो रोमांच चाहिए था। उन्होंने सोचा, "चलो एक रात वहां जाकर देख ही लेते हैं।" आधी रात को रात के 12 बजे, चुपचाप वे चारों टॉर्च लेकर हवेली पहुंचे। हवेली के दरवाजे पर मोटा ताला था, लेकिन जैसे ही उन्होंने उसे छुआ, ताला अपने आप खुल गया… कोई कुंजी नहीं लगी थी। अंदर घुसते ही सर्द हवा का झोंका आया। हर दीवार पर अजीब चित्र बने थे — बिना आँखों के चेहरे, उल्टी लटकी हुई आकृतियाँ, और खून के धब्बे। चारो दोस्त वे हवेली के अंदरूनी कमरे में पहुंचे, तो वहां एक शीशा रखा था। प्रीति ने मजाक में कहा, "कहीं इसमें से कोई आत्मा ना आ जाए!" जैसे ही उसने ये कहा, शीशा दरक गया और एक सफेद साया प्रकट हुआ — बिना चेहरा, सिर्फ लटकती बालों की झोपड़ी और खून से सनी साड़ी। उस आत्मा ने फुसफुसाकर कहा, "मुझे मेरा बच्चा चाहिए…" रवि चिल्लाया और भागने लगा, लेकिन दरवाजे बंद हो चुके थे। अंत सुबह गांव वालों ने देखा — हवेली के बाहर सिर्फ प्रीति बेहोश पड़ी थी। बाकी तीनों गायब थे। प्रीति जब होश में आई, तो सिर्फ इतना कह पाई, "वो... अब उनके साथ है... और अगली बार, कोई और आएगा..." तब से गांव में यह नियम बना — कोई भी सूरज ढलने के बाद उस हवेली की ओर नहीं जाता…

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AI-Powered Analysis

A group of friends explores an old, supposedly haunted house in a small Indian village, encountering a ghost that demands its missing child.

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