King Vikramaditya Confronts Soldiers Over Sage's Treatment – AI Generated Video | Hailuo AI

Generate & Play Hailuo AI video:राजा ने निर्णय दिया: > “जो जीवन के अंधकार में साथ रहे, उसे उजाले में छोड़ना पाप है। तुम्हारा विवाह फिर से नहीं होगा। और यदि तुम नहीं मानते, तो राज्य में तुम्हारी संपत्ति ज़ब्त होगी।” --- 📜 4. दो कवि – एक पद एक बार दरबार में दो कवि एक साथ उपस्थित हुए। दोनों चाहते थे कि उन्हें दरबारी कवि का पद मिले। एक ने सुंदर छंद में राजा की प्रशंसा की। दूसरे ने आम जन की पीड़ा और सच्चाई को श्लोक में रखा। राजा ने दूसरे को चुना। > “जो राजा का गुणगान करे, वह प्रशंसा का पात्र हो सकता है। पर जो जन का दुख कहे, वही सच्चा कवि है।” 🐘 5. हाथी और निर्धन एक दिन राजा के शाही हाथी ने गलती से एक गरीब की झोपड़ी तोड़ दी। महावत भाग गया। जब यह बात राजा को पता चली, उन्होंने उस गरीब के लिए: नई झोपड़ी बनवाई उसकी पुत्री के विवाह हेतु खर्चा दिया और महावत को दंडस्वरूप वन क्षेत्र में सेवा हेतु भेजा > “राजा का हाथी भी अगर किसी का नुकसान करे, तो राजा उत्तरदायी होता है।” --- 👑 न्याय-दर्पण राजा विक्रम ने अपने महल के बाहर "न्याय घंटा" लगवाया था। किसी को भी अन्याय हुआ हो, वह उस घंटे को बजा सकता था — चाहे वह गरीब हो, अपरिचित हो या शत्रु। कहा जाता है कि एक दिन एक कुत्ते ने घंटा बजाया। राजा ने देखा कि सैनिकों ने एक बूढ़े साधु को अपमानित किया था। राजा ने सैनिकों को सजा दी, और साधु से क्षमा माँगी। --- 📘 अध्याय का सार राजा विक्रमादित्य ने दिखाया कि न्याय केवल किताबों में नहीं, आचरण में होना चाहिए। उनकी दृष्टि में न कोई छोटा था, न बड़ा — केवल धर्म बड़ा था।

Original AI Prompt

Generate & Play Hailuo AI video:राजा ने निर्णय दिया: > “जो जीवन के अंधकार में साथ रहे, उसे उजाले में छोड़ना पाप है। तुम्हारा विवाह फिर से नहीं होगा। और यदि तुम नहीं मानते, तो राज्य में तुम्हारी संपत्ति ज़ब्त होगी।” --- 📜 4. दो कवि – एक पद एक बार दरबार में दो कवि एक साथ उपस्थित हुए। दोनों चाहते थे कि उन्हें दरबारी कवि का पद मिले। एक ने सुंदर छंद में राजा की प्रशंसा की। दूसरे ने आम जन की पीड़ा और सच्चाई को श्लोक में रखा। राजा ने दूसरे को चुना। > “जो राजा का गुणगान करे, वह प्रशंसा का पात्र हो सकता है। पर जो जन का दुख कहे, वही सच्चा कवि है।” 🐘 5. हाथी और निर्धन एक दिन राजा के शाही हाथी ने गलती से एक गरीब की झोपड़ी तोड़ दी। महावत भाग गया। जब यह बात राजा को पता चली, उन्होंने उस गरीब के लिए: नई झोपड़ी बनवाई उसकी पुत्री के विवाह हेतु खर्चा दिया और महावत को दंडस्वरूप वन क्षेत्र में सेवा हेतु भेजा > “राजा का हाथी भी अगर किसी का नुकसान करे, तो राजा उत्तरदायी होता है।” --- 👑 न्याय-दर्पण राजा विक्रम ने अपने महल के बाहर "न्याय घंटा" लगवाया था। किसी को भी अन्याय हुआ हो, वह उस घंटे को बजा सकता था — चाहे वह गरीब हो, अपरिचित हो या शत्रु। कहा जाता है कि एक दिन एक कुत्ते ने घंटा बजाया। राजा ने देखा कि सैनिकों ने एक बूढ़े साधु को अपमानित किया था। राजा ने सैनिकों को सजा दी, और साधु से क्षमा माँगी। --- 📘 अध्याय का सार राजा विक्रमादित्य ने दिखाया कि न्याय केवल किताबों में नहीं, आचरण में होना चाहिए। उनकी दृष्टि में न कोई छोटा था, न बड़ा — केवल धर्म बड़ा था।

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AI-Powered Analysis

The video presents a series of stories from the life of King Vikramaditya, highlighting his commitment to justice and fairness.

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